Last Updated on May 17, 2020 by Shiv Nath Hari

भरतपुर 17 मई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आव्ह्ान पर उत्तर प्रदेष सरकार को प्रवासी श्रमिकों के लिए पार्टी द्वारा रविवार को बसें उपलब्ध कराने के तहत् मथुरा जिले के सीमा बहज पर करीब 200 बसें पहुंच गई लेकिन उत्तर प्रदेष सरकार द्वारा अनुमति नहीं दिये जाने के कारण इन्हें वापिस लौटने के लिए मजबूर कर दिया। बोर्डर पर चिकित्सा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव जुबेर खान एवं मथुरा के पूर्व विधायक प्रदीप माथुर भी पहुंचे। करीब 4 घंटे के इंतजार के बाद जब अनुमति सम्बन्धि कोई सूचना नहीं मिली तो सभी वापिस लौटना पड़ा।
बोर्डर पर पहुंचे चिकित्सा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने कहा कि राज्य में होकर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल अपने राज्यों के लिए यात्रा कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार ने इन मजदूरों को आवास, भोजन एवं अन्य साधनों की व्यवस्था की है। उत्तर प्रदेष सरकार इन मजदूरों के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर रही है। मानवीय आधार पर कांग्रेस ने उत्तर प्रदेष सरकार को बसें मुहैया कराने के लिए आग्रह किया जिसके तहत् अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली जिलों से करीब 500 बसों को उत्तर प्रदेष में प्रवेष करने के लिए तैनात किया लेकिन सरकार से अभी तक कोई अनुमति नहीं है। जिसके कारण मजबूरन बसों को वापिस लौटना पड़ रहा है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव जुबेर खान ने बताया कि श्रीमती प्रियंका गांधी के निर्देष पर प्रवासी मजदूरों को अपने घर पहंुचने के लिए मानवता के नाते राजस्थान से एक हजार बसें उपलब्ध कराना तय किया गया जिसके तहत् विभिन्न जिलों से बसें बहज बोर्डर पर पहुंच गई हैं। इन्हें किराये के रूप में अग्रिम राषि दी जा चुकी है और इन बसों पर कोई पार्टी का झंडा भी नहीं लगाया गया है। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेष सरकार इन प्रवासी श्रमिकों के मामले में राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी का उद्देष्य है कि परेषान मजदूर अपने निवास स्थानों तक पहुंचें। इस अवसर पर मथुरा के पूर्व विधायक प्रदीप माथुर ने भी उत्तर प्रदेष सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया।