Last Updated on February 13, 2021 by Shiv Nath Hari
महाराजा सूरजमल विकास मंच ने महाराजा सूरजमल की 315 वीं जयंती मनाई

भरतपुर,13 फ़रवरी। महाराजा सूरजमल विकास मंच के अध्यक्ष राजवीर सरसैना के नेतृत्व में वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल की 315 वीं जयंती मनाई गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत सैनिक देवेंद्र सिंह फौजी ने की। कार्यक्रम में सर्व समाज के लोगों ने महाराजा सूरजमल के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। महाराजा सूरजमल विकास मंच के अध्यक्ष राजवीर सरसैना ने कहा कि महाराजा सूरजमल देश के एकमात्र अविजित महाराजा रहे थे। वे त्याग, बलिदान, वीरता की साक्षातमूर्ति थे। इसलिए उनके जन्मदिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाना चाहिए। उन्होंने महाराजा सूरजमल के आदर्शों को जीवन में अपनाकर उनके पदचिह्नों पर चलने का आह्वान किया। साथ ही अंतिम सांस तक अन्याय के खिलाफ लड़ने का प्रण लिया।
अध्यक्षता करते हुए देवेन्द्र सिंह फौजी ने कहा महाराजा सूरजमल ने मुगल शासकों को रण में कई बार धूल चटाई।युवाओं को महाराज सूरजमल जी के इतिहास को पढ़कर उनसे सीख लेनी चाहिए। ऐसे सच्चे योद्धा कभी-कभी जन्म लेते हैं।युवाओं ने बड़े जोश के साथ महाराजा सूरजमल अमर रहे के जयकारे लगाते हुए पुष्पांजलि अर्पित की।
इस मौके पर राजवीर सरसैना,वीर सिंह,उदयराम,केशव,दोजीराम,बबली,दीवान मेंबर,देवकीनंदन,मोहन दीदली,वीरेंद्रसिंह,दलवीर सिंह,
हेमेंद्र,प्रेमसिंह,नवीन,दलवीर,नवीन,ज्ञानेंद्र,सतीश, खैमी सैनी,राजवीर राना,नरेंद्र,जय सिंह, रतीराम,भोलू,गजेंद्र, सहित सर्व समाज के अनेको गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।