Last Updated on March 22, 2020 by Shiv Nath Hari
भरतपुर जिले में प्रभावी रहा लॉक डाउन का पहला दिन व जनता कर्फ्यू

भरतपुर, 22 मार्च। राजस्थान सरकार द्वारा कोराना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहे प्रभावी उपचारों के तहत लॉक डाउन रविवार को शुरू हो गया। जनता कर्फ्यू के कारण जिले में भी विभिन्न प्रतिष्ठान बंद रहे। पेट्रोल पम्प, मेडीकल आदि जैसी कुछ आवश्यक सेवाएं इससे मुक्त रही, लेकिन लॉक डाउन के कारण अगले 31 मार्च तक आवश्यक सेवाओं को छोडक़र शेष सेवाएं स्थगित रहेंगी। जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि यदि आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रतिष्ठानों एवं दुकानों को बंद रखने की पालना नहीं की जाती है तो ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी की जा सकती है।
शाम को लोगों ने इस विषम परिस्थिति में सेवा में लगे चिकित्साकर्मी, प्रशासन, पुलिस के लोगों के प्रति कृतज्ञता जताने के लिए घरों व छतों से तालियां और थालियां बजाई। पुलिस ने जिले भर में आवश्यक सेवाओं के अलावा खुले प्रतिष्ठानों और अनावश्यक रूप से सडक़ों पर घूमने वालों के खिलाफ सख्ती बरती। लॉक डाउन को देखते हुए विभिन्न उपखंडों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन एवं पुलिस दिन भर सक्रिय रहा।
जिला कलक्टर ने बताया कि ग्रोसरी, डेयरी, बैंक, मेडीकल, पेट्रोल पम्प, विद्युत, जल, पुलिस जैसी वो सेवाएं जो सामान्य जनजीवन के लिए प्रतिदिन उपभोग के लिए जरूरी है वह आवश्यक सेवाओं के दायरे में आती हैं। इनको छोडक़र शेष कोई भी प्रतिष्ठान व सेवा शुरू नहीं रहेंगी। कलक्टर ने बताया कि ऐपेडेमिक के नियंत्रण में लगे विभाग लॉक डाउन से मुक्त रहेंगे।
जिला कलक्टर ने अपील की है कि यदि किसी आवश्यक काम के लिए बाहर निकलना भी है तो दो लोग आपस में तीन फीट की दूरी बनाए रखें जिससे संक्रमण का फैलाव न हो। उन्होंने कहा कि किराना, दवा, हॉस्पीटल जहां भी जाने की अति आवश्यकता लगे वहां पर दूसरे व्यक्ति से उचित एवं सुरक्षित दूरी बनाए रखें।