Last Updated on October 27, 2020 by Shiv Nath Hari

Bharatpur News: कर्मचारी विरोधी न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) को वापस लेकर कर्मचारी हितैषी पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली की मांग के लिए जारी आंदोलन और तेज होगा। यह विचार आज एनपीएस एम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान (एनपीएसईएफआर) के प्रदेश समन्वयक विनोद कुमार ने संगठन के तृतीय स्थापना दिवस के अवसर पर आज आयोजित राज्य स्तरीय वेबिनार में मुख्य वक्ता बतौर व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि न्यू पेंशन स्कीम कार्मिकों की संख्या देश में 70 लाख को पार कर चुकी है। इस स्कीम में सरकारी कार्मिकों का जमा धन 4 लाख 10 हजार करोड रुपए से ज्यादा हो गया है। जो कि देश के सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी के 6.5% के बराबर है। जबकि देश में शिक्षा पर जीडीपी का मात्र 4 % ही खर्च हो रहा है। एनपीएस कार्मिकों का इतना विशाल धन शेयर बाजार में है,जो बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इसलिए देशभर में कर्मचारी गुस्से में है,आंदोलनरत है।
राजस्थान में भी न्यू पेंशन स्कीम एम्प्लाइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान के नेतृत्व में कर्मचारी पिछले तीन साल से संघर्षरत है। इसी संघर्ष की कड़ी में संगठन द्वारा 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम पोस्टकार्ड अभियान कार्यक्रम जारी है। क्योंकि संगठन का पुरजोर मानना है कि पुरानी पेंशन योजना को राज्य सरकारें भी लागू कर सकती है। ओल्ड पेंशन स्कीम के कर्मचारियों को आगाह किया कि उनको भी एनपीएस में लाये जाने का खतरा बरकरार है,इसलिए इन्हें समय रहते संघर्ष में आ जाना चाहिए।
दीपावली पर धनतेरस से भाईदूज तक पांच दिवसीय “एक दीपक पुरानी पेंशन के नाम” जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया है।
वेबिनार का आयोजन एनपीएसईएफआर के प्रदेश संरक्षक एवं राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ रूक्टा के प्रांतीय संयुक्त सचिव डॉ.रमेश बैरवा ने जूम एप से किया। वेबिनार का विषय ‘कर्मचारी हितैषी पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए एनपीएसईएफआर के संघर्ष के 3 वर्ष’ था। वेबिनार में डॉ शिवचरण चेड़वाल, डॉ महेश गोठवाल, डॉ लाधूराम चौधरी, डॉ संजय रॉयपुरिया, डॉ सुभाष यादव, विनोद मीणा,ज्योति राठौड़,डॉ मल्लूराम मीणा, संजयसिंह,रीना शर्मा ,यशवंत,शंकरलाल मेघवाल सहित राजस्थान के विभिन्न कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों के शिक्षकों सहित बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने सहभागिता की। राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों के कर्मचारियों ने भी सहभागिता की।