Last Updated on July 9, 2020 by Shiv Nath Hari
अलविदा सूरमा भोपाली: मशहूर कोमेडियन 81 वर्षीय जगदीप 400 फिल्मों में काम किया असली नाम सैयद इश्तियाक…….

भरतपुर 9.7.20 – राष्ट्ररीय ओल्ड इज गोल्ड संस्था के अध्यक्ष व पुरानी फिल्मों के समीक्षक इं. जीवनलाल शर्मा ने फिल्म जगत के मशहूर कोमेडियन 81 वर्षीय जगदीप के निधन पर हार्दिक शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि जगदीप का असली नाम सैयद इश्तियाक जाफरी था उन्होंने फिल्म अफसाना से अपना फिल्मी केरियर शुरू किया तथा वर्ष 2012 में उनकी अन्तिम फिल्म ‘‘गली-गली चोर है’’ में काम किया था।
उन्होंने अपने 61 साल के फिल्मी कैरियर में लगभग 400 फिल्मों में काम किया। सन 1964 में आई फिल्म भाभी में उन्होंने मशहूर कलाकार बलराज साहनी के साथ काम किया था जिसका एक गाना उन पर फिल्माया गया था ‘‘टाई लगाकर लाला बन गये जनाव हीरो-रहे पढाई और लिखाई में तो जीरो-जीरो’’ जो आज तक गाया जाता है । उनको विशेष सोहरत फिल्म शोले में किरदार सूरमा भोपाली (1975) से मिली जिससे लोग उन्हें सूरमा भोपाली कहकर पुकारने लगे।
जगदीप मूलतः मध्य प्रदेश के दतियां जिले के रहने वाले थे उनका जन्म 29 मार्च 1939 में हुआ था। इनके दो पुत्र जावेद जाफरी व नावेद भी फिल्मों व टी.वी. सीरियलों में काम करते हैं। उन्होंने अफसाना, ब्रहमचारी, भाभी, नागिन, अंदाज अपना अपना, शोले, तराना सहित करीब 400 फिल्मों में काम किया। उन्हें 2019 में ‘आइफा अवार्ड’ में लाइफ टाइम एचीवमेंट से सम्मानित किया गया। उनके संवाद बोलने की एक विशेष शैली थी जो दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करती थी।
उनके निधन से हास्य कलाकार के रूप में फिल्म डिवीजन को विशेष क्षति हुई है जिसकी भरपाई मुश्किल है।