Last Updated on February 19, 2022 by Swati Brijwasi

युवा सामाजिक कार्यकर्ता देवाशीष भारद्वाज ने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को पत्र लिख कर सुजान गंगा नहर के चारो ओर वसी वस्तियों के निवासियों को पट्टे आवंटित करने की माँग की है। पत्र में देवाशीष भारद्वाज ने लिखा कि भरतपुर के अजय दुर्ग लोहागढ़ को सदैव अजय रखने वाली सुजान गंगा नहर के चारो ओर बसी बस्तियाँ जिनमे ठंडी सड़क, नदियाँ मोहल्ला, खिरनी घाट, कोली घाट, सहयोग नगर,मोरी चार बाग,पाई बाग,हेड पोस्ट ऑफिस, मच्छी मोहल्ला, मोहल्ला गोपालगढ़ आदि वस्तिया आती है।
यह वस्तिया भरतपुर रियासत काल से ही बसी हुई है। इन वस्तियों के निवासियों को सरकार द्वारा प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 योजना के तहत पट्टे देने से वंचित रखा गया है। नगर निगम भरतपुर द्वारा प्रशासन शहरों संग अभियान 2021 के पूर्व ऐसी कोई तैयारी नही की गई जिससे इन वस्तियों के निवासियों को पट्टे दिए जा सके। भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण द्वारा यह साफ कहा गया है कि संरक्षक स्मार्क से प्रतिष्ठित 100 मीटर क्षेत्र एवं उससे आगे 200 मीटर क्षेत्र विनियमित क्षेत्र में स्थित 16 जून 1992 से पूर्व हुए निर्माण के पट्टे दिए जा सकते है। लेकिन नगर निगम भरतपुर द्वारा सुजान गंगा नहर के चारो ओर स्थित आवासिय वस्तियों में रहने वाले लोगो को अभियान के तहत पट्टे जारी नही किये जा रहे है। जबकि प्रतिबन्धित क्षेत्र सरंक्षित स्मार्क से 16 जून 1992 को किया गया था। उससे पूर्व में नही इसलिए नगर निगम भरतपुर को सुजान गंगा नहर के चारो ओर बसी बस्तियों के निवासियों को उनके उनके स्वामित्व के अधिकार स्वरूप पट्टे जारी किए जाने चाहिए।