Fact Check: कोरोना से हुई मौत तो नहीं मिलेगा मोदी सरकार की इन 2 योजनाओं का लाभ नहीं, जानिए सच्चाई!

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Last Updated on September 27, 2020 by Swati Brijwasi

Fact Check: कोरोना से हुई मौत तो नहीं मिलेगा मोदी सरकार की इन 2 योजनाओं का लाभ नहीं, जानिए सच्चाई!

Fact Check: Death of Corona will not get benefit of these 2 schemes of Modi government, know the truth!
file photo

नई दिल्‍ली: सोशल मीडिया पर एक वायरल मैसेज घूम रहा है। यह दावा किया जाता है कि कोरोना से मरने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) के तहत बीमा का लाभ नहीं मिलेगा।

PIBFactCheck ने पाया कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) में संबंधित मौतों को कवर नहीं करता है, लेकिन प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) कुछ शर्तों के साथ कोरोना की मृत्यु को कवर करता है।

यह संदेश सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल

PIBFactCheck ने पाया कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) पीएमएस बीमा योजना में संबंधित मौतों को कवर नहीं करता है, लेकिन प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) कुछ शर्तों के साथ कोरोना की मृत्यु को कवर करता है।

क्‍या है प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY)

भारत सरकार भी अपने नागरिकों के लिए कई तरह की योजनाओं के माध्यम से बीमा उपलब्ध कराती है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) के तहत टर्म इंश्योरेंस प्लान उपलब्ध कराया जाता है। इसमें निवेश के बाद अगर व्यक्ति की मौत हो जाती है, तो उसके परिवार को 2 लाख रुपए मिलते हैं। यह स्कीम मई 2015 को शुरू की गई थी। पॉलिसी होल्डर को 330 रुपए सालाना जमा करना होते हैं।

क्या है प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY)

इस योजना के तहत सरकार मात्र 1 रुपए महीने में 2 लाख का डेथ इंश्योरेंस देती है। इस योजना को मई 2016 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। योजना के तहत हर महीने एक रुपए के आधार पर 12 रुपए सालाना प्रीमियम पर कई तरह के कवर मिलते हैं। यह राशि आपके लिंक्ड बैंक अकाउंट से हर महीने डिडक्ट होती है। दुर्घटना में स्थायी पूर्ण विकलांगता होने पर 2 लाख रुपए और स्थायी आंशिक विकलांगता होने पर 1 लाख रुपए का भुगतान किया जाएगा।

पीआईबी फैक्ट चेक क्या है

PIB Fact Check केंद्र सरकार की नीतियों, योजनाओं, विभागों, मंत्रालयों के बारे में गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने के लिए काम करती है। सरकार पीआईबी फैक्ट चेक की मदद लेती है ताकि पता लगाया जा सके कि इससे जुड़ी कोई भी खबर सही है या गलत। कोई भी पीआईबी फैक्ट चेक व्हाट्सएप नंबर 918799711259 पर स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या संदिग्ध समाचार के यूआरएल भेज सकता है। इसके अलावा [email protected] पर भी मेल कर सकते हैं।