Last Updated on September 25, 2020 by Swati Brijwasi
Krishi Bill 2020 Farmers Strike: भरतपुर में किसान उतरे सड़कों पर कृषि बिल के खिलाफ किया प्रदर्शन

भरतपुर| भारत बंद के दौरान अखिल भारतीय किसान सभा भरतपुर द्वारा कम्पनी बाग के सूरजपोल चौराहे से कन्नी गुर्जर चैराहे तक वहां से राजा मानसिंह सर्किल होते हुए बिजली घर से कलेक्ट्रेट के सामने तक एक किसान जत्था के साथ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में केन्द्र की मोदी सरकार के विरोध में ‘मोदी सरकार’, ‘किसान विरोधी कानून वापिस लो’, ‘किसान एकता जिन्दावाद’ आदि गगनभेदी नारे लगाते हुए सख्त विरोध जताया।
कलैक्ट््रेट के सामने आमसभा को सम्बोधित करते हुए महामंत्री किसान सभा कामरेड नत्थी लाल ने उक्त किसान विरोधी कानून की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि उक्त कानून के मुताविक जो कोन्ट््रेट फार्मिंग योजना (ठेका खेती) चलाई जावेगी उसके तहत मानलो 5 बीघा जमीन पर पूॅजीपति का किसान के साथ यह तय होगा कि फसल तैयार होने पर एक बोरी गेहूॅ 2100 रूपये क्विंटल के भाव से किसान से संबंधित पैसे वाला खरीदेगा यदि फसल के समय पर गेहूॅ का भाव बाजार में 2400 रूपये क्विंटल होगा तो किसान को 2100 रूपये क्विंटल में ही उक्त पैसे वाले को गेहूॅ बेचना पडेगा। और दूसरे यदि उस समय फसल का भाव 1800 रूपये होगा तो पैसे वाला वारदाने की कमी बताकर, रखने की कमी बताकर और अनेकों तरह के कारण बताकर माल को नहीं खरीदेगा और किसान को 1800 रूपये में ही बेचना पडेगा तो किसान को सबसे बडा नुकसान होगा।
उक्त मौके पर किसान सभा के जिलाध्यक्ष रम्मो सिंह, भरतपुर तहसील अध्यक्ष राम सिंह, वरिष्ठ किसान नेता मुन्शी सिंह पहलवान, करन सिंह सहनावली, कमलसिंह बघेल, भोले परमानंद, अमर सिंह घुसियारी, श्यामवीर एडवोकेट जिरौली, हरी सिंह पटेल घसौला, दिगम्बर सिंह तुहिया, योगी शर्मा नौगाया, अशोक जघीना, पूरन सिंह बघेल आदि के अलावा अनेकों किसान मौजूद थे।