Last Updated on May 8, 2020 by Swati Brijwasi
गर्मी के मौसम में पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री ने दिये निर्देश

भरतपुर, 08 मई। तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल की उपलब्धता के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की। जहां उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिये कि गर्मी के मौसम में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति निरन्तर बनाये रखें। जो ट्यूबवैल, हैण्डपम्प एवं आरओ संयत्र खराब पडे़ हैं, अभियान चलाकर उनकी मरम्मत कराकर चालू करायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि पेयजल की आपात योजना के तहत स्वीकृत कार्यों को शीघ्र प्रारम्भ कराकर पूर्ण करायें।
डाॅ. गर्ग ने निर्देश दिये कि पेयजल से अभावग्रस्त जिन गांवों में किसी भी स्त्रोत से पानी उपलब्ध कराना संभव नहीं है, ऐसे गांवों में टैकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जलदाय विभाग के सभी सहायक एवं कनिष्ठ अभियन्ता पूर्ण जिम्मेदारी एवं निष्ठा के साथ कार्य करें और अपने मोबाइलों को खुला रखें। जिस अधिकारी की इस कार्य में लापरवाही मिलेगी उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने जिले में पेयजल की उपलब्धता एवं विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी और विश्वास दिलाया कि गर्मियों के मौसम में सभी क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता बनाये रखी जायेगी। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर शहर राजेश गोयल, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियन्ता हेमन्त कुमार, चम्बल परियोजना के अधीक्षण अभियन्ता लियाकत अली उपस्थित थे।
इसके पश्चात् तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने शहर के कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री की वीसी में शामिल हुए तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री
तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग शुक्रवार को मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के सम्बंध में वीडियो काॅफें्रसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में शामिल हुए।
तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री ने राजीव गाॅधी सेवा केन्द्र स्थित वीडियो काॅफें्रसिंग कक्ष से बैठक में हिस्सा लेते मुख्यमंत्री से स्कूल, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा से सम्बंधित पाठ्यक्रमों की शेष रहीं परीक्षाओं को सम्पन्न कराने के विकल्पों पर चर्चा की।