Last Updated on May 4, 2020 by Swati Brijwasi
Bharatpur News: मनरेगा के कार्य पुनः शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को मिला सम्बल, जिले में 19 हजार से अधिक श्रमिकों को मिल रहा रोजगार

भरतपुर, 4 मई। कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी लाॅकडाउन के कारण महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्याें के बंद होने से हजारों की संख्या में श्रमिक बेरोजगार हो गये थे। राज्य सरकार द्वारा माॅडिफाइड लाॅकडाउन के तहत पुनः शुरू किये गये मनरेगा निर्माण कार्यांे से ग्रामीण क्षेत्र के गरीब व वंचित श्रमिकों को पुनः रोजगार मिलने से उनके परिवारों को सम्बल मिला है। जिले में सामाजिक दूरी एवं स्वच्छता उपायों की पालना करते हुए वर्तमान में 19 हजार 663 श्रमिकों को मनरेगा में प्रतिदिन रोजगार दिया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा जारी माॅडिफाइड लाॅकडाउन के तहत ग्रामीण क्षेत्र में पुनः मनरेगा योजना के तहत कार्यों को सशर्त अनुमति प्रदान की गई। सिंचाई तथा जल सरंक्षण कार्यो को महानरेगा के अन्तर्गत प्राथमिकता प्रदान की गई है। महानरेगा के साथ सामन्जस्य से सिंचाई जल संरक्षण क्षेत्रों में केन्द्र एवं राज्य की योजनाओं के कार्य शुरू किये गये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में 10 पंचायत समितियों की 401 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अन्तर्गत 998 स्वीकृत कार्य प्रारंभ किये गये हैं। जिनमें 4 मई तक 19 हजार 663 श्रमिकों को प्रतिदिन रोजगार दिया जा रहा है। बयाना पंचायत समिति की 46 ग्राम पंचायतों में 1629, डीग पंचायत समिति की 37 ग्राम पंचायतों में 2414, कामां पंचायत समिति की 34 ग्राम पंचायतों में 1023, कुम्हेर पंचायत समिति की 37 ग्राम पंचायतों में 927, नदबई पंचायत समिति की 37 ग्राम पंचायतों में 1928, नगर पंचायत समिति की 43 ग्राम पंचायतों में 2622, पहाड़ी पंचायत समिति की 34 ग्राम पंचायतों में 1832, रूपवास पंचायत समिति की 49 ग्राम पंचायतों में 2704, सेवर पंचायत समिति की 36 ग्राम पंचायतों में 2100 एवं वैर पंचायत समिति की 48 ग्राम पंचायतों में 1354 श्रमिकों को प्रतिदिन रोजगार दिया जा रहा है।
मनरेगा के अधीक्षण अभियंता अशोक अम्बेश ने बताया कि जिले में मनरेगा के अन्तर्गत चल रहे कार्यों में श्रमिकों से सोशल डिस्टंेसिंग की पालना करवाई जा रही है। उन्हें अनिवार्य रूप से मास्क पहनने एवं काम के दौरान न्यूनतम चार बार हाथ धोने के लिए निर्देशित किया गया है। श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर छाया, पानी सहित राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि जिले में मनरेगा के अन्तर्गत संचालित कार्याें में शीघ्र ही श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर 40 हजार तक करने का प्रयास है।