Last Updated on April 6, 2020 by Swati Brijwasi
- कोविड-19 महामारी में अनोखी सरपंच बनी मददगार
- -प्रसूता ने दिया दो बेटियों को जन्म
- -पथैना-भुसावर में नही हुआ प्रसव
- -जाको राखे साइयां मार सके न कोय कहावत चरिचार्थ
Rajasthan: कोविड-19 महामारी में अनोखी सरपंच बनी मददगार -प्रसूता ने दिया दो बेटियों को जन्म

हलैना (भरतपुर) कोविड-19 महामारी के चलते अलवर जिला के कस्वा खेरलीगंज में कफ्र्यू चल रहे में भरतपुर-अलवर जिला की सीमा स्थित ग्राम पंचायत कुटटीन सहाबदास सरपंच अनोखी मीणा कोविड-19 महामारी के बचाव को चल रहे लाॅकडाउन एवं कफ्र्यू को मददेनजर रख एक प्रसूता की मददगार बनी।

प्रसूता को एम्बूलेंस-108,104 एवं पथैना,भुसावर,खेरलीगंज के राजकीय व निजी अस्पताल में मदद नही मिलने पर स्वयं ने चचिया ससुर की मदद लेकर दौसा जिला के कस्वा महवा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया,जहां प्रसूता ने एक साथ दो बालिकाओं को जन्म दिया।
जिससे जाको राखे साइयां मार सके न कोय कहावत चरितार्थ हुई और मददगार सरपंच अनोखी मीणा के नेम कार्य की आमजन सराहना कर रहा है।
सरपंच अनोखी मीणा ने बताया कि ग्राम पंचायत कुटटीन सहाबदास की नत्थी की ढाणी निवासी अनीता प्रजापत पत्नी दीपेश प्रजापत के 5 अप्रेल की सायं प्रसव का दर्द हुआ,जिसको लेकर प्रसूता के परिजन चिन्तित थे,अब क्या किया जाए,परिजनों ने कई बार एम्बूलेंस-108 एवं 104 को सूचना दी,लेकिन वे नही आई। प्रसूता के पति दीपेश प्रजापत ने मुझे अवगत कराया,स्वयं की गाडी से प्रसूता को अलवर जिला के कस्वा खेरलीगंज के राजकीय सामुदायिक अस्पताल ले जाने लगे,लेकिन कफ्र्यू के कारण अस्पताल नही पहुंच सके।

प्रसूता को भरतपुर जिला के गांव पथैना स्थित पीएचसी ले गए,जहां चिकित्सकर्मियों ने प्रसूता की हालत देख भुसावर भेज दिया,जहां भी चिकित्सकों ने प्रसूता की मदद नही की और भरतपुर ले जाने की बोल दिया।
उन्होने बताया कि मेरे चचिया ससुर डाॅ.आर.पी.मीणा से दूरभाष पर प्रकरण से अवगत कराया,जो स्वास्थ्य भवन जयपुर में संयुक्त निदेशक पद पर कार्यरत है ,जिन्होने दूरभाष पर दौसा जिला के कस्वा महवा निवासी डाॅ.जगमोहन गोयल से वार्ता की और प्रसूता की मदद को बोला।
डाॅ.जगमोहन गोयल ने प्रसूता को जल्द महवा स्थित गोयल अस्पताल तक पहुंचाने की बोला,सरपंच अनोखी मीणा एवं प्रसूता के परिजन प्रसूता को लेकर महवा पहुंचे और प्रसूता को गोयल अस्पताल में भर्ती कराया,जहां डाॅ.जगमोहन गोयल एवं अन्य चिकित्साकर्मियों की मदद से प्रसव कराया,प्रसूता ने आॅपरेशन से एक साथ दो कन्या को जन्म दिया। डाॅ.गोयल ने बताया कि सरपंच अनोखी मीणा ने नेम कार्य किया,कुछ समय ओर लग जाता,तो जच्चा-बच्चा का जीवन खतरा में था। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य है।
प्रसूता के पति दीपेश प्रजापत ने बताया कि सरपंच अनोखी मीणा एवं स्वास्थ्य भवन इके संयुक्त निदेशक आर.पी.मीणा की मदद को जीवन में नही भूला जा सकता,जिन्होने कष्ट के समय मेरे परिवार की रक्षा की।