Last Updated on September 24, 2020 by Shiv Nath Hari

नई दिल्ली| दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम सीएए के खिलाफ महीनों प्रदर्शन चला, इस प्रदर्शन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। वहीं दबंग दादियों के नाम से जानी जाने वाली 3 दादियां भी इस प्रदर्शन में बैठी रहीं। शाहीन बाग की दादियों में से एक, 82 वर्षीय बिलकिस दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में शुमार हो गई हैं। जहां उन्हें इस बात की खुशी है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शुभकामनाएं दीं। टाइम मैगजीन की ताजा लिस्ट में उन्हें ‘आइकन’ कैटेगरी में जगह दी गई है। बिलकिस (दादी) ने आईएएनएस को बताया, “मुझे बहुत खुशी है, मुझे इस इज्जत से नवाजा गया। हालांकि मुझे उम्मीद नहीं थी। लेकिन ऊपर वाला कब किसे इज्जत देदे क्या पता?।”
“मैने सिर्फ कुरान शरीफ पढ़ा है, कभी स्कूल नहीं गई। लेकिन आज मुझे खुशी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मेरी तरफ से बधाई, वो भी मेरा बेटा है। मैंने जन्म नहीं दिया तो क्या हुआ। ऊपरवाला उन्हें लंबी उम्र दे और प्रधानमंत्री खुश रहें।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारी पहली लड़ाई कोरोना से है, दुनिया से बीमारी खत्म होगी, उसके बाद ही कुछ सोचा जाएगा।”
एनआरसी-सीएए विरोध का चेहरा बनकर उभरीं बिलकिस (दादी) जिला हापुड़ की रहने वाली हैं। उनके पति की करीब ग्यारह साल पहले मौत हो चुकी है। बिलकीस फिलहाल शाहीनबाग में अपने बहू-बेटों और पोते-पोतियों के साथ रहती हैं।
दादी के परिवार को भी इस बात की है खुशी है, कि उनका नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दुनिया के प्रभावशाली लोगों के साथ आया।
100 प्रभावशाली लोगों की सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से जगह दी गई है। इस लिस्ट में अभिनेता आयुष्मान खुराना और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई भी शामिल हैं।
टाइम पत्रिका ने दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची (2020) जारी की है। इस लिस्ट में पीएम मोदी के अलावा आयुष्मान खुराना भी शामिल हैं। इन दो दिग्गजों के अलावा, एक व्यक्ति का नाम है जो चौंकाने वाला है। इस सूची में बिलकिस बानो का भी नाम है। आपने उसे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन में देखा होगा। 82 वर्षीय बिलकिस को अंतरराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिली है। बिलकिस बानो का नाम टाइम पत्रिका की 2020 के सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की सूची में शामिल किया गया है, जो चौंकाने वाली खबर है।
इस सूची में Google के सीईओ सुंदर पिचाई, अभिनेता आयुष्मान खुराना, शोधकर्ता रविंद्र गुप्ता, अमेरिका की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस भी शामिल हैं। अभी के लिए, 82 वर्षीय बिलकिस बानो के बारे में बात करते हैं, जो सीएए प्रोटेस्ट के दौरान शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन का एक जाना माना चेहरा थीं। उस दौरान भी वह काफी चर्चाओं में रहीं। उस दौरान कई लोगों ने उनकी प्रशंसा की थी और कहा था कि इस उम्र में भी उनकी मेहनत और साहस सराहनीय है। बिलकिस बानो हर दिन हजारों महिलाओं के साथ शाहीन बाग जाया करती थी और प्रदर्शन का हिस्सा बनती थी और इसी वजह से वह चर्चाओं में थी।
जब सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त वार्ताकार शाहीन बाग में बोलने के लिए गया, तो बिलकिस बानो ने कहा कि “गृह मंत्री कहते हैं कि ‘हम एक इंच भी आगे नहीं बढ़ेंगे’, मैं कहता हूं ‘हम एक सेंटीमीटर भी नहीं बढ़ेंगे।” गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि “हम (सरकार) सीएए पर पीछे नहीं हटेंगे”। इतना ही नहीं, अमित शाह ने कई बार बैठकों में कहा था कि “हम शरणार्थियों की मदद के लिए इसे लागू करेंगे और हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।”