Last Updated on March 13, 2020 by Shiv Nath Hari

नाय रहयो अब नेह भररो रंग, नाय रहे अब वे हुरिया रे
डीग यहां पुरानी अनाज मंडी स्थित श्री हिंदी पुस्तकालय समिति सभागार में समिति द्वारा होली सप्ताह के अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार दाऊदयाल बेधड़क ने की ।
काव्य गोष्ठी का शुभारंभ कवि गिर्राज मधुकर की सरस्वती वंदना ” माँ शारदे वर दीजिए , हम पर कृपा निज कीजिये ” से हुआ । कवि प्रकाश चंद पराशर ने , कहा भयौ इन लोगन कूँ सब प्रीति बिसार भये बजमारे , कवि चन्द्रभान शर्मा ” चंचल ” ने ” है आज बिरज में होली आयी रसियन की टोली ” कवि अनिल अगन ने ‘ गालन लाल गुलाल मलौ ‘ कवि सुनील सरल ने ‘ नाय रहयौ अब नेह भरो रंग , नाय रहे अब बे हुरियारे ‘ आदि रचनाएं सुनाकर वर्तमान समय के मानव के दोहरे चरित्र पर प्रकाश डाला , वहीं राजेन्द्र गुर्जर , गोविंद गग्गा , मनोज मनु , व्यंगकार कवि सुरेन्द्र सार्थक आदि कविगणों ने कविताएं सुनाकर समाज को सचेत रहने व सन्देश देने हेतु जागरूक किया ।
काव्य गोष्ठी का संचालन समिति के साहित्य मंत्री मनोज मनु ने किया । काव्य गोष्ठी में आये सभी कविगणों , श्रोताओं और गणमान्यजनों का समिति अध्यक्ष मान सिंह यादव ने आभार व्यक्त किया ।
डीग से पदम जैन की रिपोर्ट