Last Updated on September 2, 2020 by Shiv Nath Hari
भुसावरियां नींबू की पीला सोना जैसी चमक, नींबू रस,खटास,सुगन्ध ने मनमोहा
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- भुसावरियां नींबू की पीला सोना जैसी चमक
- -भुसावर के नींबू रस,खटास,सुगन्ध ने मनमोहा
हलैना/उपखण्ड भुसावर-वैर उपखण्ड क्षेत्र के दो दर्जन गांव बागवानी क्षेत्र में पहचान कायम किए हुए,नींबू की बम्फर पैदावार है,बागवानी मे नींबू की महक,पैदावार,बाजार दाम व पीला सोना जैसी चमक से बागवानी करने वाले किसान के चेहरे पर खिलावट है,नींबू की खटास,सुगन्ध एवं रस आदि ने आमजन का मन मोह लिया है। गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 20 से 25 प्रतिशत अधिक पैदावार का अनुमान है।
विदेश पहुंचा भरतपुरिया नींबू
यहां के नींबू को देश की राजधानी एवं आगरा की मण्डी में भरतपुरियां,भुसावरियां एवं वेयरियां के नाम से जाना जाता है। यहां का नींबू स्थानीय भुसावर-वैर की सब्जी मण्डी के अलावा देश एवं प्रदेश की राजधानी सहित फरीदाबाद,अलवर,आगरा,भरतपुर, मथुरा भरतपुर,ग्वालियर,धौलपुर आदि स्थान की सब्जी मण्डी बिकने जा रहा है,जहां से नींबू विदेश जाने लगा है। गांव नयावास निवासी लक्ष्मण धाकड एवं सन्तोष धाकड ने बताया कि उक्त सब्जी मण्डियों से नींबू नेपाल,भूटान,ईरान,ईराक, चीन,श्रीलंका,अमेरिका आदि देशों में बिकने लगा है,स्थानीय मण्डियों में नींबू के भाव 12 रू0 से 20 रू0 प्रति किलोग्राम थोक भाव है,जबकि अन्य स्थान की मण्डी में थोक भाव 25 रू0 से 35 रू0 प्रति किलोग्राम है। गत वर्ष नींबू के भाव 15 रू0 से 22 रू0 प्रति किलोग्राम रहे।
कहां है बागवानी
कस्वा भुसावर-वैर सहित गांव छौंकरवाडा कलां,मूसेपुर,नैवाडा,सिरस,नाथू का नगला,नयागांव खालसा,बल्लभगढ, भगवानपुर, फौजीपुरा,वारौली,नीमली,नरहपुर,कल्ला का गोला, जगजीवनपुर, दीवली,बाछरैन, गोठरा,लखनपुर,नयावास, मोरदा,भोपर,बझेरा,सिंघरावली,नगला धवला आदि स्थान पर नींबू की बागवानी है।
-लुपिन उपलब्ध कराए रोटावेटर
लुपिन के एसीपीएम डाॅ0भीमसिंह ने बताया कि लुपिन के ई.डी. सीताराम गुप्ता की सोच हमेशा किसान की प्रगति एवं बागवानी को बढावा देने की है। जिन्होने भुसावर-वैर उपखण्ड के करीब 500 से अधिक किसानों की मदद की। राजहंस कमली बाग भुसावर के प्रबन्धक सी.आर. गुर्जर ने बताया कि भुसावर-वैर उपखण्ड क्षेत्र में नींबू की 8 से 10 हजार से अधिक वीद्या पर बागवानी है। इस वर्ष नींबू की पैदावार अच्छी है और बाजार भाव भी । प्रतिवर्ष 1 से 2 हजार वीद्या की बागवानी में वढोत्तरी होती है। गंाव भोपर निवासी डाॅ0पवन धाकड एवं बल्लभगढ निवासी भगवानसिंह सैनी ने बताया कि बागवानी को बढावा दिलाने में लुपिन के अधिशासी निदेशक सीताराम गुप्ता एवं एसीपीएम डाॅ0भीमसिंह को श्रेय है,जो बागवानी का प्रशिक्षण दिलाने के साथ-साथ उन्नत किस्म की बागवानी की पौध,मशीन,नेट आदि उपलब्ध कराते है,बागवानी की नराई-गुडाई को कृषि यन्त्र एवं पाॅवर मशीन आदि दिलाने में मदद की और बागवानी मालिकों के बच्चों को शिक्षा दिलाने में आर्थिक मदद देते है।
बागवानी से प्रति साल सवा लाख की आय
गांव नयागांव खालसा निवासी मगनसिंह मीणा ने बताया कि भुसावर-वैर उपखण्ड क्षेत्र की भूमि बागवानी लगाने के लिए अति-उत्तम है,जलवायु,मौसम,पानी,मिटटी बागवानी को श्रेष्ठ है। दोनो उपखण्ड क्षेत्र मे 20 से 25 हजार वीद्या भूमि पर बागवानी है,जिसमें नींबू की बागवानी द्वितीय स्थान पर है। गांव नयावास निवासी लक्ष्मणसिंह धाकड व सन्तोष धाकड ने बताया कि नींबू की बम्फर पैदावार,ग्राहकी एवं बाजार भाव से किसान प्रसन्न है,प्रति दिन भुसावर-वैर से 2 से 3 हजार किग्रा नींबू अन्य स्थान पर बिकने को जा रहा है। प्रति साल एक वीद्या बागवानी सें एक से सवा लाख की आय हो जाती है।